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Robot Radha: जब रोबोट राधा ने सिंधिया को देखकर जोड़े हाथ और कहा ‘नमस्ते’, केंद्रीय मंत्री का आया अनोखा रिएक्शन

Robot Radha: हाल ही में केंद्रीय दूरसंचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चेन्नई दौरे के दौरान रोबोट राधा से मुलाकात की। इस मुलाकात का एक खास पल सोशल मीडिया पर छा गया, जब रोबोट राधा ने सिंधिया को देखकर हाथ जोड़कर नमस्ते किया। यह घटना नोकिया सॉल्यूशंस और नेटवर्क्स सेंटर में घटी, जहाँ सिंधिया कंपनी द्वारा अपनाई जा रही नवीनतम प्रौद्योगिकियों का निरीक्षण करने पहुँचे थे। रोबोट द्वारा ‘नमस्ते’ करने पर केंद्रीय मंत्री ने भी हँसते हुए उसका जवाब ‘नमस्ते’ से दिया। इस दिलचस्प घटना का वीडियो खुद सिंधिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।

सिंधिया ने साझा किया वीडियो

डियो को साझा करते हुए लिखा, “आज मैंने तमिलनाडु के चेन्नई में नोकिया सॉल्यूशंस और नेटवर्क्स सेंटर में बहुत ही रोमांचक समय बिताया। यहाँ मैंने कंपनी द्वारा भारत में तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए अपनाई जा रही विभिन्न प्रौद्योगिकियों के बारे में जाना। यह सेंटर रोबोट्स से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वायरलेस गाइडिंग सिस्टम्स से लेकर वर्चुअल रियलिटी जैसी नेक्स्ट-जेनरेशन इनोवेशंस का भंडार है। मेरी ओर से पूरी टीम को शुभकामनाएँ।”

Robot Radha: जब रोबोट राधा ने सिंधिया को देखकर जोड़े हाथ और कहा 'नमस्ते', केंद्रीय मंत्री का आया अनोखा रिएक्शन

इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जब सिंधिया रोबोट राधा के पास पहुँचते हैं, तो वह अपने हाथ जोड़कर नमस्ते करती है। इसके जवाब में सिंधिया भी हँसते हुए नमस्ते करते हैं। यह घटना न सिर्फ तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि इस बात का उदाहरण भी है कि कैसे मशीनें भी भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग नमस्ते को अपनाती जा रही हैं।

नोकिया सेंटर का दौरा और तकनीकी प्रगति पर चर्चा

सिंधिया का चेन्नई दौरा मुख्य रूप से नोकिया सॉल्यूशंस और नेटवर्क्स सेंटर का निरीक्षण करने के उद्देश्य से था, जहाँ उन्होंने आधुनिक प्रौद्योगिकियों और उनकी संभावनाओं का गहराई से अध्ययन किया। उन्होंने इस दौरान सेंटर के अधिकारियों से बातचीत की और यह समझा कि कैसे नोकिया जैसी कंपनियाँ भारत में दूरसंचार क्षेत्र को और अधिक सशक्त बना रही हैं। सिंधिया ने सेंटर में रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और वर्चुअल रियलिटी (VR) जैसे अत्याधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यह सेंटर भविष्य की प्रौद्योगिकियों का एक विशाल भंडार है, जहाँ से भारत को तकनीकी प्रगति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने का अवसर मिल रहा है। उनके अनुसार, ऐसे केंद्र देश में तकनीकी नवाचार को नया आयाम दे रहे हैं और भारत को तकनीकी रूप से और भी मजबूत बना रहे हैं।

दूरसंचार उपकरण निर्माण ज़ोन की स्थापना पर जोर

सिंधिया ने अपने दौरे के दौरान यह भी बताया कि केंद्र सरकार देश में दूरसंचार उपकरण निर्माण ज़ोन स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विदेशी निवेश (FDI) तेजी से बढ़ने की संभावना है और यह भारत के दूरसंचार उद्योग को विश्व स्तर पर एक नई पहचान देगा। उन्होंने उल्लेख किया कि भारत ने पिछले 10 वर्षों में मोबाइल फोन निर्यात में महत्वपूर्ण प्रगति की है। सिंधिया ने बताया कि पहले देश में अधिकांश मोबाइल फोन आयात किए जाते थे और निर्यात केवल 1,500 करोड़ रुपये का होता था। लेकिन अब भारत मोबाइल फोन उत्पादन में विश्व में दूसरे स्थान पर पहुँच चुका है।

मोबाइल उत्पादन में भारत की उपलब्धियाँ

सिंधिया ने गर्व के साथ कहा, “भारत ने 10 सालों में मोबाइल फोन के निर्यात में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की है। आज हम 1.28 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल फोन निर्यात कर रहे हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि भारत ने इस क्षेत्र में कितनी बड़ी प्रगति की है। पहले जहाँ 30 करोड़ मोबाइल फोन आयात किए जाते थे, आज वही संख्या भारत में निर्मित हो रही है।”

यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसे अभियानों का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिसने भारत को मोबाइल निर्माण के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता बना दिया है। सिंधिया ने इस दिशा में नोकिया और अन्य कंपनियों के योगदान की भी प्रशंसा की, जो भारत में उच्च गुणवत्ता के उत्पादों का निर्माण कर रही हैं।

सिस्को के पहले निर्माण संयंत्र का उद्घाटन

सिंधिया चेन्नई दौरे पर तमिलनाडु के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा के साथ अमेरिकी नेटवर्क उपकरण निर्माता सिस्को के पहले निर्माण संयंत्र का उद्घाटन करने भी पहुँचे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस प्रकार के संयंत्र देश की औद्योगिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा करते हैं। उन्होंने बताया कि सिस्को जैसे वैश्विक ब्रांड का भारत में निवेश करने का निर्णय यह दर्शाता है कि भारत अब केवल एक उपभोक्ता बाजार नहीं रह गया है, बल्कि एक प्रमुख निर्माता भी बन चुका है।

चेन्नई दौरे का महत्व

सिंधिया का यह चेन्नई दौरा तकनीकी दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण था। उन्होंने बताया कि कैसे नोकिया और सिस्को जैसी कंपनियाँ भारत की तकनीकी क्षमता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में मदद कर रही हैं। उनके अनुसार, 5जी और अन्य अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से दूरसंचार क्षेत्र में नए आयाम जोड़े जा रहे हैं, जिससे न सिर्फ देश की आर्थिक प्रगति हो रही है, बल्कि यह पूरे विश्व में भारत की पहचान को भी मजबूती प्रदान कर रहा है।

भारत की तकनीकी यात्रा

सिंधिया के अनुसार, भारत अब उन देशों में से एक है जो तकनीकी क्रांति का नेतृत्व कर रहे हैं। चाहे वह दूरसंचार हो, रोबोटिक्स हो या फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, भारत तेजी से नई तकनीकों को अपना रहा है। नोकिया और सिस्को जैसी कंपनियाँ इस प्रगति को बढ़ावा दे रही हैं और भविष्य में और भी ज्यादा नवाचार की उम्मीद की जा रही है।

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